पटना – बिहार की राजधानी पटना के निकट स्थित बिहटा में एक आधुनिक और विशाल हवाईअड्डा निर्माणाधीन है, जो राज्य के विमानन क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने वाला है। इस हवाईअड्डे का निर्माण कार्य अगले साल जनवरी से प्रारंभ होगा और इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में इसकी यात्री क्षमता 50 लाख और दूसरे चरण में इसे बढ़ाकर एक करोड़ यात्रियों के लिए विकसित किया जाएगा।
टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण
बिहटा एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। इस टर्मिनल भवन को जी-प्लस टू संरचना में बनाया जाएगा और इसकी कुल लागत लगभग 655.85 करोड़ रुपये होगी। टर्मिनल भवन के निर्माण के अलावा, यूटिलिटी बिल्डिंग, एलिवेटेड रोड, एयरपोर्ट सिस्टम, आईटी सिस्टम, और सिक्योरिटी सिस्टम का भी निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना में 613.76 करोड़ रुपये का व्यय निर्माण कार्यों पर और 52.09 करोड़ रुपये का व्यय मरम्मत और अन्य संबंधित कार्यों पर किया जाएगा।
निर्माण प्रक्रिया और समयसीमा
निर्माण से जुड़ी एजेंसियां 5 नवंबर तक टेंडर के लिए आवेदन कर सकती हैं। इसके एक माह बाद टेंडर का निर्णय होगा और जनवरी से निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। बिहटा एयरपोर्ट को नागरिक हवाईअड्डे के रूप में विकसित करने के लिए कुल 1413 करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्र सरकार ने सितंबर के पहले सप्ताह में इस राशि को मंजूरी दी है। इस परियोजना की घोषणा वर्ष 2014 में की गई थी, लेकिन अब यह तेजी से मूर्त रूप ले रही है।
बिहटा एयरपोर्ट की विशेषताएँ
बिहटा एयरपोर्ट का टर्मिनल भवन ढांचागत रूप से बिहार का सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा। इसमें अत्याधुनिक सुविधाएँ और तकनीकी उन्नति शामिल होंगी, जो इसे पटना एयरपोर्ट का एक विकल्प बनाएगी। बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण न केवल राज्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राष्ट्रीय विमानन क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगा। इसके निर्माण से बिहार के विकास में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा और यहाँ की अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी।
अन्य हवाईअड्डों से तुलना
बिहटा एयरपोर्ट दरभंगा और पूर्णिया के मुकाबले बड़ा होगा। बिहार में वर्तमान में एनवे के हिसाब से सबसे बड़ा हवाईअड्डा दरभंगा में है, जबकि पटना सबसे व्यस्ततम हवाईअड्डा है। बिहटा हवाईअड्डे के निर्माण से पटना हवाईअड्डे पर यात्री भार का दबाव कम होगा और दरभंगा हवाईअड्डे के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनेगा।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। यह हवाईअड्डा न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। हवाईअड्डे के निर्माण के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी विकास की गति तेज होगी। इससे बिहार के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच संपर्क में सुधार होगा और राज्य के विभिन्न हिस्सों में व्यापार और उद्योग को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
परियोजना की चुनौतियाँ
बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण में कई चुनौतियाँ भी होंगी। परियोजना की विशालता और वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना एक बड़ी चुनौती होगी। इसके अलावा, निर्माण कार्य को समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करना भी महत्वपूर्ण होगा। सरकार और संबंधित एजेंसियों को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तत्पर रहना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि परियोजना समय पर और सफलतापूर्वक पूरी हो।
भविष्य की योजनाएँ
बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण के बाद, राज्य सरकार की योजना है कि इसे और विस्तार दिया जाए। भविष्य में इसकी यात्री क्षमता को और बढ़ाने के लिए नए टर्मिनल भवन और रनवे का निर्माण किया जा सकता है। इसके साथ ही, हवाईअड्डे की सुविधाओं को भी उन्नत किया जाएगा, ताकि यह अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हो सके। इसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर काम करेंगी और आवश्यक वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराएंगी।
सामरिक महत्व
बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह हवाईअड्डा न केवल यात्री परिवहन के लिए, बल्कि सामरिक और सैन्य दृष्टि से भी उपयोगी होगा। इसके निकटवर्ती क्षेत्रों में सैन्य गतिविधियों के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकेगा। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों के लिए भी यह हवाईअड्डा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
नये युग की शुरुआत
बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण बिहार के लिए एक नए युग की शुरुआत है। इससे राज्य में विमानन सेवाओं का विस्तार होगा और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। यह हवाईअड्डा बिहार के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर एक नई पहचान देगा। बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण बिहार के लोगों के लिए गर्व का विषय होगा और यह राज्य की प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
निष्कर्ष
बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो राज्य के विमानन क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगा। इससे न केवल राज्य के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी। इस परियोजना की सफलता से बिहार के विकास में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा और यह राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान देगा। बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण बिहार के लोगों के लिए गर्व का विषय होगा और यह राज्य की प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।