केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने एक बार फिर से राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लालू यादव को “सबसे बड़ा पाखंडी” कहा और उनके लंबे समय तक किए गए बिहार के शासन पर सवाल खड़े किए। पटना में 27 अक्टूबर को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने लालू यादव और उनके परिवार की राजनीति पर तीखी टिप्पणियां की।
ललन सिंह ने मीडिया के उस सवाल का जवाब देते हुए लालू यादव पर कटाक्ष किया, जिसमें भाजपा नेताओं को लालू ने पाखंडी कहा था। ललन सिंह ने लालू पर पलटवार करते हुए कहा कि लालू यादव का बिहार में शासन भ्रष्टाचार से भरा हुआ था और उन्होंने राज्य को विकास के रास्ते से हटाकर पिछड़ेपन की ओर धकेल दिया। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद से बड़ा पाखंडी इस देश में कोई नहीं है और उनके राज में बिहार का बुरा हाल था।
तेजस्वी यादव पर कटाक्ष
तेजस्वी यादव द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर शराब बेचने के आरोप के संदर्भ में भी ललन सिंह ने उन पर तंज कसा। उन्होंने मीडिया से कहा कि तेजस्वी यादव की बातों को गंभीरता से न लिया जाए। उनका कहना था कि तेजस्वी यादव पहले जेडीयू के साथ रहते हुए नीतीश कुमार की तारीफ किया करते थे, लेकिन अब अलग होकर उनके खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के माता-पिता के 15 सालों के शासन में बिहार की दुर्दशा हो गई थी और इसी कारण से जनता को तेजस्वी यादव की बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।
ओसामा शहाब के राजद में शामिल होने पर प्रतिक्रिया
ललन सिंह ने ओसामा शहाब के राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह राजद के मौजूदा स्थिति को दर्शाता है कि वे किन लोगों को अपने साथ जोड़ रहे हैं। उन्होंने राजद पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ वह अन्य दलों पर आरोप लगाते हैं और दूसरी ओर ऐसे व्यक्तियों को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं, जो उनकी कथनी और करनी में अंतर दर्शाता है।
उपचुनाव में जीत का दावा
बिहार में आगामी विधानसभा उपचुनाव को लेकर ललन सिंह ने आश्वस्त किया कि जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार के विकास कार्यों पर भरोसा जताएगी और सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जनता का समर्थन जेडीयू के साथ है और सभी सीटों पर उनकी पार्टी की जीत होगी।
जेडीयू के नामकरण पर तंज
तेजस्वी यादव ने जेडीयू का एक नया नामकरण किया था, जिस पर ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जेडीयू का गठन संघर्ष और मेहनत से हुआ है, जबकि तेजस्वी यादव को राजनीति में अपने पिता की विरासत मिली है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने संघर्ष के माध्यम से एक पहचान बनाई है और इसका नाम किसी बाहरी व्यक्ति की सलाह से तय नहीं होता।
जनता के बीच संदेश
ललन सिंह ने अंत में कहा कि बिहार की जनता अब सब समझ चुकी है और वह जानती है कि कौन उनके विकास के लिए काम कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि जनता किसी भी प्रकार की भ्रामक राजनीति में नहीं फंसेगी और राज्य के विकास के लिए नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के साथ खड़ी रहेगी।