बिहार में दाना तूफान के कारण मौसम में बड़ा बदलाव आया है, जिससे कई जिलों में लगातार बारिश और तापमान में गिरावट देखी जा रही है। विशेष रूप से कटिहार में, जहां सुबह से ही रिमझिम बारिश हो रही थी, अब यह तेज बारिश में बदल गई है। इस तूफान के प्रभाव से पूरे राज्य में ठंड का अहसास बढ़ गया है और लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
दाना तूफान का प्रभाव और कटिहार में बारिश
दाना तूफान के प्रभाव से बिहार के विभिन्न जिलों में मौसम में अचानक परिवर्तन हुआ है। कटिहार जिले में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जो धीरे-धीरे तेज हो गई। मौसम विभाग का कहना है कि यह बारिश देर रात तक जारी रह सकती है, जिससे ठंड का असर और भी अधिक महसूस हो रहा है। बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव की समस्या भी उत्पन्न हो गई है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
तापमान में गिरावट और ठंड की दस्तक
कटिहार सहित बिहार के अन्य जिलों में बारिश के चलते तापमान में तेज गिरावट आई है। ठंड की शुरुआत का आभास हो रहा है, क्योंकि हवा में नमी और तापमान में गिरावट के कारण वातावरण ठंडा हो गया है। मौसम विभाग ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि दाना तूफान के प्रभाव से बिहार में तापमान कम होगा और बारिश के बाद ठंड का असर तेजी से बढ़ेगा। अब तक यह बारिश और ठंडी हवाएं ठंड की दस्तक का संकेत दे रही हैं।
बिहार के अन्य जिलों पर प्रभाव
दाना तूफान का प्रभाव बिहार के कई अन्य जिलों में भी देखा जा रहा है। राज्य के 18 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जिससे इन इलाकों में भी ठंड का अनुभव हो रहा है। राजधानी पटना सहित कई शहरों में बादल छाए हुए हैं और मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ जगहों पर बारिश की संभावना बनी रहेगी। खासतौर पर सीमावर्ती जिलों में इसका प्रभाव अधिक है, जहां तूफान के कारण हवा की गति बढ़ी हुई है और तेज बारिश हो रही है।
जलजमाव की समस्या
कटिहार जैसे कई जिलों में बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कटिहार के गामी टोला, दुर्गास्थान रोड, मंगलबाजार, बाटा चौक और न्यू मार्केट जैसे क्षेत्रों में पानी जमा हो गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को आवाजाही में कठिनाई हो रही है। शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया है, और नगर निगम को इस समस्या से निपटने के लिए बारिश थमने का इंतजार करना पड़ रहा है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि जैसे ही बारिश रुकेगी, जल निकासी के उपाय किए जाएंगे और जहां आवश्यक होगा, वहां मोटर पंप का उपयोग करके पानी निकाला जाएगा।
छठ पर्व की तैयारी पर असर
बिहार में छठ पर्व का विशेष महत्व है, और इस त्योहार के लिए व्यापक तैयारी की जाती है। लेकिन दाना तूफान और लगातार बारिश के कारण इस बार छठ घाटों की सफाई का कार्य प्रभावित हो गया है। नगर निगम के अधिकारी विभिन्न घाटों पर जाकर सफाई का काम कर रहे थे, लेकिन बारिश के चलते इस कार्य को रोकना पड़ा है। जब तक मौसम साफ नहीं होता, तब तक सफाई कार्य सुचारू रूप से नहीं किया जा सकता। इसके कारण लोगों में थोड़ी निराशा देखी जा रही है, क्योंकि छठ पूजा के दौरान नदी के घाटों की स्वच्छता का विशेष महत्व होता है।
तूफान का व्यापक प्रभाव
दाना तूफान का प्रभाव सिर्फ बिहार तक ही सीमित नहीं है। यह तूफान पहले ओडिशा और पश्चिम बंगाल से होकर गुजरा, जहां इसने भारी बारिश और तेज हवाओं का रूप लिया। झारखंड में भी इसका प्रभाव देखा गया, और अब बिहार में इसने मौसम को प्रभावित किया है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि तूफान का असर धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है और यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए तटीय ओडिशा के ऊपर केंद्रित हो गया है। इसके चलते हवा की गति भी कम होने की उम्मीद है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार हो सकता है।
बिहार में अन्य जिलों की स्थिति
पटना, गया, भागलपुर, पूर्णिया, और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में भी इस तूफान का असर देखा गया है। कई जगहों पर रुक-रुक कर बारिश हो रही है, और लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर तापमान में गिरावट आई है, और ठंडी हवाओं के चलते लोग गर्म कपड़े पहनने लगे हैं।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने दाना तूफान के कारण बिहार में आगामी कुछ दिनों तक हल्की बारिश और ठंड का पूर्वानुमान लगाया है। विभाग के अनुसार, इस तूफान का असर धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है, और इसके पूरी तरह समाप्त होने के बाद बिहार में सामान्य मौसम की वापसी हो सकती है। हालांकि, इस दौरान लोगों को ठंड और बारिश दोनों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रशासन की तैयारियां और लोगों को सुझाव
बिहार के विभिन्न जिलों में प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सावधानी बरतें और बाहर निकलने से बचें, खासकर जलजमाव वाले क्षेत्रों में। साथ ही, छठ पर्व को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने घाटों की सफाई के लिए विशेष व्यवस्था की है, ताकि पूजा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। स्थानीय प्रशासन द्वारा जलजमाव वाले क्षेत्रों में मोटर पंप की व्यवस्था की जा रही है, ताकि लोगों को राहत दी जा सके।
बिहार में छठ पर्व का महत्व
बिहार में छठ पर्व विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। यह पर्व विशेष रूप से सूर्य की उपासना के लिए मनाया जाता है, और इस अवसर पर श्रद्धालु विभिन्न घाटों पर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। छठ पूजा के लिए नदी के घाटों की सफाई और सजावट का कार्य पहले से ही शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार दाना तूफान और बारिश के कारण इन तैयारियों में व्यवधान आ गया है।
लोग इस पर्व के दौरान व्रत, उपवास और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करते हैं, और इस पर्व का समापन सूर्योदय के समय अर्घ्य अर्पण करके होता है। ऐसे में, घाटों की साफ-सफाई और जलजमाव का समाधान प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण चुनौती बनी हुई है।
दाना तूफान के समाप्ति की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार, दाना तूफान अब कमजोर हो रहा है और इसका असर धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। जैसे ही यह तूफान समाप्त होगा, बिहार में सामान्य मौसम की वापसी हो सकती है। हालांकि, अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर हल्की बारिश होने की संभावना बनी रहेगी।
दाना तूफान के इस प्रभाव से बिहार में आने वाली ठंड की संभावना भी बढ़ गई है। अक्टूबर के अंत तक बिहार में ठंड के शुरुआती संकेत मिलने लगते हैं, लेकिन इस बार तूफान के चलते ठंड का अनुभव कुछ दिनों पहले ही हो रहा है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे तापमान गिरेगा, ठंड बढ़ने की संभावना है।